Monday 31 July 2017

कैसे बनता है कोई extraordinary?....How to become extraordinary.




आर्डिनरी को एक्स्ट्राआर्डिनरी बनाना है तो क्या करना होगा ?


आर्डिनरी में एक्स्ट्रा जोड़ना होगा!

अगर एक ordinary student को extraordinary student बनना है तो उसे extra पढ़ाई करनी होगी ।
अगर एक ordinary player को extraordinary player बनना है तो उसे extra practice करनी होगी ।
अगर एक ordinary sales man को extraordinary sales man बनना है तो उसे extra मेहनत करनी होगी ।
Sportsman of the century का खिताब पाने वाले महान मुक्केबाज Muhammad Ali का कहना है –
मैं ट्रैनिंग के हर एक मिनट से नफरत करता था, लेकिन मैंने कहा, हार मत मानो। अभी सह लो और अपनी बाकी की ज़िन्दगी एक चैंपियन की तरह जियो।
तो क्या आज आप अपना extra देने को तैयार हैं, खुद को train करने के लिए तैयार हैं, extra effort करने पर होने वाले pain को सहने के लिए तैयार हैं ताकि आप अपनी बाकी की ज़िन्दगी एक champion की तरह जी सकें ?
याद रखिये extraordinary बनना talent का खेल नहीं है ये मेहनत का खेल है, ये सुबह 5 बजे उठ कर दौड़ने का खेल है ये रात -रात भर जाग कर पढ़ने का खेल है ये गर्मी -जाड़ा-बरसात हर मौसम में बाहर निकल कर customer से मिलने का खेल है।
दरअसल extraordinary बनना Input का खेल है…अगर input extraordinary होता है तो अपने आप ही output extraordinary हो जाता है।और input देना हमारे अपने हाथ में है, ऐसे में अगर हम अपने हाथ ही बाँध लें और किस्मत को दोष दें तो कुछ नहीं हो  सकता। हमें मुट्ठी कसनी होगी, खुद को तैयार करना होगा…हमें किसी भी कीमत पर ईश्वर के दिए इस जीवन को सार्थक बनाना होगा!
Extra कैसे दिया जाए?
हर कोई एक्स्ट्राआर्डिनरी नहीं होता क्योंकि हर कोई एक्स्ट्रा नहीं देता। और हर कोई एक्स्ट्रा इसलिए नहीं देता क्योंकि ऐसा करना आसान नहीं होता! ऐसा करने में बहुत मेहनत और self discipline की ज़रूरत होती है। पर अगर आपको लाइफ में कुछ meaningful हासिल करना है तो आपको अपना एक्स्ट्रा देना ही होगा। अगर आप अभी भी वही करते रहेंगे जो आज तक करते आये हैं तो आपको अभी भी वही मिलता रहेगा जो आज तक मिलता आया है।

Don’t accept it, इसे मंजूर मत करिए…अगर दुनिया में कोई और बड़ा काम कर सकता है तो आप भी कर सकते हैं, अगर कोई और अपने सपने पूरे कर सकता है तो आप भी कर सकते हैं।
ये आपका समय है इसे बेकार की चीजों में बर्वाद मत करिए याद रखिये ये जीवन समय से बना है और समय बर्वाद करने का मतलब जीवन बर्वाद करना है! अपनी आँखें खोलिए और ऐसा तमाम activities जो आपका समय बर्वाद करती हैं उनसे छुटकारा पाइए…घंटो फेसबुक पे बैठना टीवी से चिपके रहना, और बिस्तर में लेटे रहना आपको कुछ नहीं देगा, आपको उठना होगा, जागना होगा और अपने लक्ष्य का पीछा करना होगा…हर रोज…लगातार..जब तक वो मिल ना जाए!
दोस्तों, कुछ दिन पहले किसी ने कमेन्ट किया था,
ज़िन्दगी इतनी छोटी है कि घटिया नहीं होनी चाहिए!
मुझे ये बात बहुत सही लगी। सच में  हमारी life को meaningful होना ही चाहिए। और इसे meaningful बनाने बाहर से कोई नहीं आने वाला ये हमारा अपना काम है और इसे हमें ही करना होगा…हमें खुद अपने भाग्य का विधाता बनना होगा ।
ये नए साल की शुरुआत है, भूल जाइए कल क्या हुआ, भूल जाइए की आप एक average student, player या salesman थे। बस इतना याद रखिये की अब तक जो इतना ordinary हुआ बस इसलिए हुआ क्योंकि आपने ऐसा होने दिया पर अब जो होगा वो extraordinary होगा क्योंकि आप अब अपनी लाइफ को एक्स्ट्राआर्डिनरी बनाएंगे ।
अब आप भीड़ का हिस्सा नहीं बनेंगे, अब आप एक mediocre life नहीं accept करेंगे, अब आप decide करेंगे की आपको life में करना क्या है और अपना पूरा focus बस उसी एक चीज को पाने में लगा देंगे। अब हर रोज आप अपने सपनो को  पूरा करने के लिए कुछ extra देंगे। और अपनी मेहनत से इस दुनिया में खुद के लिए एक जगह  बनाएंगे ….ऐसी जगह जिस पर आपको ही नहीं पूरी दुनिया को नाज़ हो ।

No comments:

Post a Comment