Tuesday 8 August 2017

कहीँ सफलता आपकी शांति तो नहीँ छीन रही.... IS SUCCESS IS SNATCHING YOUR PEACE



Friends Life मेँ हर इंसान यह चाहता है कि वह अपना मुकाम हासिल करे। यकीनन आप भी अपनेँ Goal को Achieve करना चाहते हैँ और अपना मुकाम हासिल करना चाहते हैँ। अपनेँ मुकाम को हासिल करनेँ के लिये आप सही दिशा मेँ कड़ी मेहनत करते हैँ और इसी मेहनत के बदौलत आप अपनेँ सपनोँ को साकार करते हैँ और सफलता प्राप्त करते हैँ।
लेकिन Friends क्या आपनेँ एक बात Notice की है, I think आपनेँ Notice जरूर की होगी कि सफल होनेँ के बाद लोग अपनेँ काम और निजी जीवन के साथ समझौता करना Start कर देते हैँ या लोग अपनेँ काम और निजी जीवन मेँ तालमेल बिठानेँ की कोशिश करते हैँ।
तालमेल से मेरा मतलब है लोग कभी अपनेँ काम को बहूत ही ज्यादा Importance देते हैँ तो कभी अपनेँ निजी जीवन पर ज्यादा ध्यान देनेँ लगते हैँ।
इंसान सफलता के इस तालमेल बिठानेँ की कोशिशोँ के बीच परेशान हो जाता है और निराश होनेँ लग जाता है। उसे लगता है कि वह तो उस समय बहूत खुश था जब उसे यह सफलता नहीँ मिली थी मतलब वह सफल नहीँ था तो ज्यादा खुश था। और इसी सोँच के साथ उसे यह मिली हूई सफलता एकदम से बुरी लगनेँ लगती है वह इस सफलता को बोझ समझनेँ लग जाता है और इसके बदौलत Success उसके हाथ से फिसल जाती है। और वह बस हाथ मलते हुए ही रह जाता है।
इस Type की घटना लाखोँ लोगोँ के साथ होती है और आखिरकार दुख इस बात की होती है कि लोग सफलता के साथ साथ शांति को महत्व क्योँ नहीँ देते।
Friends ज्यादातर वो लोग जो सफलता पानेँ के लिये आगे बढ़ रहे हैँ उनको इसके बारे मेँ पता ही नहीँ होता कि सफलता और शांति का साथ होना बहूत ही ज्यादा जरूरी है नहीँ तो आपकी सफलता का कोई अर्थ नहीँ निकलता।
आदमी को सफल होनेँ की चाह रखना स्वभाविक है लेकिन सफल होनेँ की चाह मेँ मन की शांति के साथ समझौता करना मुर्खता है। इसलिये सफलता और शाँति के साथ समझौता न करेँ।
अपनेँ काम मेँ इतना भी न डुब जायेँकाम मेँ खुद को इतना न झोँक देँ कि काम मेँ मजा ही न आये।
जब तक काम मेँ मजा आयेगा तब तक आपको सफलता और शाँति मिलती रहेगी। यदि भौतिक सुख सुविधाओँ को ही आप सफलता का दर्जा देँगे या कहूँ देते हैँ तो शांति का खयाल अपनेँ मन से निकाल ही  देँ क्योँकि भौतिक सुख सुविधाओँ की चाहत मेँ आप सफल तो हो जायेँगे But आपकी शांति पीछे छूट जायेगी।
Friends आपको एक बार मेँ सिर्फ एक ही लक्ष्य बनाना चाहिये और उसे हासिल करनेँ के लिये अपनी पुरी ताकत लगा देनी चाहिये। अपनेँ Goal को हासिल कर लेनेँ के बाद आपको अपनी Successful होनेँ पर Enjoy feel करना चाहिये।
दोस्तोँ इस बात को हम क्योँ भुल जाते हैँ कि हम अपनेँ Life के लिये हैँ ना कि Life हमारे लिये है। आपको अपनेँ Life को सबसे ज्यादा Importance देना चाहिये न कि अपनेँ काम को। मैँ यह नहीँ कहता कि आप अपनेँ काम को प्राथमिकता न देँ मैँ कहता हूँ आप देँ लेकिन इतना भी नहीँ कि आपका मनतनावग्रस्त व अशांत हो जाये।
Friends ये एक बात मन मेँ हमेशा गाँठ बाँधकर रखेँ कि आप अपनेँ जीवन के लिये सफलता चाहते हैँ न कि सफलता के लिये अपना जीवन।
इसलिए अपनेँ जीवन के मुल्योँ को समझेँऔर Life के साथ कतई समझौता न करेँ।
आप दुनिया की नजरोँ मेँ एक महान आदमी हो सकते हैँ लेकिन Family और Friends के बीच आम इंसान बनकर रहना ही उचित है। अपनेँ आफिस के काम को आफिस मेँ निपटाकर घर पर Enjoy करना सीखिये तभी जीनेँ का मजा आयेगा।
जो व्यक्ति सिर्फ अपनेँ काम को ही अपनी जिँदगी बना लेता है वो व्यक्ति सफल तो हो सकता है लेकिन सुखी नहीँ हो सकता।
Life मेँ यदि आपको सुखी और शांत रहना है तो आपको अपनेँ जीवन मेँ संतुलन लाना होगा***
दोस्तोँ यदि आप अपनेँ काम से प्यार करते हैँ तो यकीनन ही आप अपनेँ काम को पुरे समर्पण भाव से करेँगे लेकिन आपको अपनेँ काम से जितना लगाव है उससे ज्यादा अपनी जिँदगी से लगाव रखना चाहिये क्योँकि इसी के चलते आप शाँति का अनुभव कर पायेँगे और आपके परिवार वालोँ को भी आपTime दे पायेँगे क्योँकि शांति ही इस दुनिया का सबसे बेहतरीन तौफा है इसलिये अपनेँ जिँदगी मेँ जितनी अहमियत आपकी सफलता की है उतनी ही आपकी शांति की है।
आशा है आप इस Article को पढ़नेँ के बाद अपनी सफलता मेँ शांति के महत्व को समझेँगे और अपनेँ जीवन मेँ सफलता और शांति के बीच के Balanceको अच्छे से बनाकर अपनेँ उज्जवल भविष्य का निर्माण करेँगे।

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