Saturday 22 July 2017

जीवन के लिए अनमोल सन्देश | Moral Stories In Hindi



दोस्तों, आज मैं आपको हिंदी में एक प्रेरणादायक कहानी (Motivational Story In Hindi) बताने जा रहा हूँ जो बच्चों और बड़ों दोनों के लिए समान रूप से Useful है। यह Hindi Story आपको Negative Thinking को दूर करने और Positive Thinking को अपने Mind में रखने के लिए प्रेरित (Inspire) करेगी। सकारात्मक सोच में वह शक्ति (The Power Of Positive Thinking) होती है जो आपके किसी भी Goal को Achieve करने में आपकी Help करती है।
best motivation for children by amul sharma in classroom, aapki safalta

Motivational Story For Children In Hindi

एक स्कूल में बच्चों को Motivate करने के लिए एक Teacher को बुलाया गया। बच्चे बहुत खुश थे कि आज कुछ अच्छा सन्देश (Good Message) सीखने को मिलेगा। तभी Teacher ने Class में प्रवेश किया।
उस Class में दो Black board लगे हुए थे। Teacher ने Class में आते ही एक Black board पर बहुत सी टेढ़ी मेढ़ी लकीरें बना दीं और दूसरे को ऐसे ही साफ रहने दिया।
सभी बच्चे सोच में पड़ गए कि आखिर यह Teacher कर क्या रहे हैं।
तभी Teacher ने एक बच्चे को अपने पास बुलाया और उसे एक कागज दिया जिस पर एक प्रेरणादायक सन्देश (Inspirational Massage) लिखा हुआ था। अब उस बच्चे से Teacher ने उस प्रेरणादायक सन्देश को साफ वाले ब्लैक बोर्ड पर लिखने को कहा।
बच्चे ने वह सन्देश ब्लैक बोर्ड पर लिख दिया।
अब टीचर ने दूसरे बच्चे को बुलाया और कहा, “इस ब्लैक बोर्ड पर लिखे सन्देश को पढ़ो।”
बच्चे ने उस सन्देश को पढ़ दिया। अब सभी बच्चों को यह सन्देश पढ़ने को कहा गया तो सभी बच्चों ने एक साथ उस सन्देश को पढ़ दिया।
अब टीचर ने फिर से एक बच्चे को बुलाया और वही सन्देश अब उस बोर्ड पर लिखने को कहा जिस पर बहुत सी टेढ़ी मेढ़ी लकीरें बनी हुई थीं। तब वह बच्चा उस सन्देश को लिखने से पहले उन टेढ़ी मेढ़ी लकीरों को मिटाने के लिए आगे बढ़ा।
टीचर ने तुरंत उसे रोका और कहा, “इन लकीरों को मिटाए बिना इस सन्देश को बोर्ड पर लिखो।”
तभी कई बच्चे एक साथ बोले, “यदि यह सन्देश बोर्ड पर लिखा गया तो किसी को भी समझ नहीं आएगा।”
टीचर बोले, “इस सन्देश को जब पहले बोर्ड पर भी तो लिखा गया था तब तो आप सभी ने पढ़ लिया था तो अब क्यों नहीं पढ़ा जायेगा???
तब एक बच्चा बोला, “वह बोर्ड तो साफ था लेकिन इस बोर्ड पर बहुत सी टेढ़ी मेढ़ी लकीरें बनी हुई हैं। यदि इस सन्देश को इस पर लिखा गया तो यह इन लकीरों में ही मिल जायेगा और कोई भी इसे नहीं पढ़ पायेगा।”
तभी टीचर मुस्कुराए और बोले, “यही तो मैं आज आपको समझाने आया हूँ।”
सभी बच्चे एक दूसरे की तरफ देखने लगे और सोचने लगे कि इतनी छोटी सी बात से हमें क्या सीखने को मिलेगा।
तभी टीचर ने बच्चों को बताया, “जिस तरह टेढ़ी मेढ़ी लकीरों के बीच एक सुन्दर सन्देश (Beautiful Message) लिखने से वह भी टेढ़ी मेढ़ी लकीरों जैसा हो जाता है उसी तरह यदि आपके मन में इधर-उधर की फालतू की बातें होंगी अर्थात Negative Thinking होगी तो आपके Teacher आपको कितना भी अच्छा पढ़ाये या अच्छी-अच्छी बातें बतायें तो वह अच्छी बातें (Good Things) भी आपके दूषित मन में पहुंचकर उस Negative Thinking जैसी ही हो जायेंगी और उन अच्छी बातों का आप पर कोई भी असर नहीं होगा।”
थोड़ी देर रुकने के बाद टीचर बोले, “यदि आपका मन (Mind) पहले वाले बोर्ड की तरह साफ अर्थात Positive Thinking रखता है और उसमे कोई भी Negative Thinking नहीं भरी हुई हैं तो प्रत्येक अच्छी बात आपके मन पर इस तरह साफ़-साफ़ दिखेंगी कि वही आपका चरित्र (Character) बन जाएँगी और आप अपने जीवन में सफलता (Success in life) प्राप्त कर सकोगे।”
अब बच्चों को सफलता के लिए वह सन्देश (Message for Success) मिल चुका था जिसे अपनाकर वह अपनी मनचाही मंजिल (Target) पर पहुंच सकते हैं।

Moral Of This Hindi Story

दोस्तों यह प्रेरणादायक कहानी (Inspirational story) केवल बच्चों के लिए ही नहीं है, बल्कि हम सभी को इससे सफलता का एक मंत्र (Success Mantra) और प्रेरणादायक सन्देश (Motivational Message) सीखने को मिलता है।
यदि हम अपने माइंड को बोर्ड की तरह मान लें और टेढ़ी मेढ़ी लकीरों को यदि नकारात्मक सोच (Negative Thinking) की तरह मान लें तो हमें यह सन्देश मिलता है कि जब तक हम अपने माइंड से Negative Thinking को नहीं मिटायेंगे तब तक Best Massages भी माइंड में पहुंचकर Negative Thinking जैसे ही बन जायेंगे।
इस तरह Negative Thinking रखने वाला व्यक्ति अच्छे लोगों के बीच रहकर या अच्छी बातों को पढ़ने और सुनने के बाद भी असफल (Unsuccessful) रह जाता है।
लेकिन यदि वही व्यक्ति अपनी Negative Thinking को अपने माइंड से मिटा दे तो खुद ही उसके माइंड में Positive Thinking आ जाएगी और अब वह किसी भी अच्छी बातों को ठीक वैसा ही ग्रहण कर सकता है जैसी वह हैं। अब वह जो भी लक्ष्य (Goal) बनाएगा, उसमे सफलता (Success) प्राप्त करेगा।

Source: http://www.aapkisafalta.com/2016/01/children-short-stories-to-adopt-positive-thinking-in-hindi.html

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