Monday 17 July 2017

आप अपने मन के मालिक हैं या नौकर? | Control Your Mind





आजकल लोग उसी चीज पर विश्वास (believe) करते हैं जो दिखाई देती है और जो चीज दिखाई नहीं देती उसको केवल कपोल कल्पना माना जाता है।
लेकिन एक चीज ऐसी है जो दिखाई नहीं देती परन्तु आपको बहुत कुछ करने को मजबूर कर देती है और आप उसके अनुसार life जीते रहते हैं।



how to control your mind in hindi
Control Your Mind

आप उसी के अनुसार खाते हैं, पीते हैं, दिन के बहुत से work करते हैं। आप ही नहीं, दुनिया के अधिकतर लोग उसी के अनुसार अपनी activities करते हैं।
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि मैं किस चीज की बात कर रहा हूँ। जी हाँ! आपने सही सोचा, वह चीज है– मन (Mind)।
मन की तो आदत होती है कि वह आपसे अपने अनुसार कार्य कराना चाहता है।
लेकिन प्रश्न यह है कि आप अपने मन की बात मानते हैं और उसी के अनुसार काम करते हैं या मन आपकी बात मानता है और आपके अनुसार काम करता है?
यदि आप जीवन में सफलता (success in life) प्राप्त करना चाहते हैं तो आप अपने मन के अनुसार कभी न चलें बल्कि मन को अपने अनुसार चलायें। दुनिया का प्रत्येक सफल व्यक्ति (successful person) अपने मन को वश में करके सफलता की ओर बढ़ा चला जाता है।
मन को अपने वश में करना (control your mind) बहुत जरुरी है क्योकि मन बहुत चंचल होता है। वह आपको कभी यहाँ तो कभी वहां दौड़ता रहता है और आपको आपके लक्ष्य (target) से दूर ले जाकर भटका देता है।
आपका मन एक रथ (Chariot) के समान होता है जिसको कई घोड़े एक साथ खींचकर ले जा रहे होते हैं।
यदि आप इस रथ पर आराम से बैठे हैं तो यह आपको कहाँ ले जायेगा, कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन यदि आप सभी घोड़ों की लगाम अपने हाथ में लेकर एक सारथी के रूप में चौकस (Watchful) बैठे रहेंगे तो इस रथ को आप अपनी इच्छा के अनुसार गति (motion) और दिशा (direction) दे सकते हैं।
मन रुपी रथ के सभी घोड़ों की लगाम आपके हाथ में होने के बाद भी वह आपको भटकाने की कोशिश करेंगे। मान लीजिए यदि आपके सामने कोई problem आकर खड़ी हो जाये तो आपके रथ (मन) का एक घोड़ा उस समस्या का सामना करने को कहेगा तो दूसरा समस्या को देखकर उलटे पांव भाग जाने को कहेगा। इसी प्रकार तीसरा घोड़ा कुछ और कहेगा तो चौथा कुछ और करने को कहेगा।
सभी घोड़े अलग-अलग बातें कहेंगे। ऐसा इसीलिए होता है क्योकि समस्या या चुनौती (problem or challenge) आने पर आपका मन इधर-उधर दौड़ना चाहता है। अब आप किस घोड़े की बात मानेंगे?
मेरे हिसाब से आप किसी की भी बात न मानें और एक बार सभी घोड़ों की लगाम खींचे और जहाँ आप खुद जाना चाहते हैं उस ओर अपने रथ को दिशा प्रदान कर दें। अतः आप अपने मन के मालिक हैं, उसे आदेश दें और जहाँ चाहें वहां ले जाएँ। यदि आप अपने मन को मालिक बना देते हैं और उसका आदेश मानते हैं तो वह आपको भटकाव अर्थात असफलता की ओर ही ले जायेगा।
आपने देखा होगा कि जब कोई नदी बहती है तो उसका बहाव किस ओर होता है?
सीधी सी बात है- अपनी मंजिल (goal) की ओर। रास्ते पर बने ढलान (Slope) नदी को अपनी मंजिल तक पहुंचने में help करते हैं। इन्हीं ढलानों के सहारे बहती हुई नदी अपनी मंजिल अर्थात समुंद्र तक पहुंच जाती है।
इसी तरह आपका मन भी एक बहती हुई नदी जैसा ही है और आपको इसी नदी में डुबकी लगाकर आगे बढ़ते जाना है। रास्ते में आपको ऐसे ढलान बनाने हैं जिसके सहारे आप नदी को सफलता की ओर मोड़ सकें। अतः मन को सही दिशा देना सबसे जरुरी होता है।
दोस्तों! मन की गति भी बहुत तेज होती है। एक पल में मन यहाँ होता है तो दूसरे ही पल कोसो दूर पहुंच जाता है। मन बहुत उछलता है। मन बहुत कूदता है। मन बहुत चंचल होता है। आपको अपने मन को अपने अनुसार गति देनी चाहिए।यदि आपका अपने मन पर काबू है तो उसे सही दिशा और उचित गति दे सकते हैं। यह बहुत जरुरी है।
आपके मन का सीधा संबंध आपके शरीर (body) से होता है। आपके मन का सीधा संबंध आपकी दिनचर्या (daily routine) से होता है। आपके मन का सीधा संबंध आपकी सफलता (your success) से होता है। आपके मन का सीधा संबंध आपके जीवन लक्ष्य (life goal) से होता है।
मन पर नियंत्रण (mind control) बहुत जरुरी है। दुनिया में जितने भी सफल लोग हुए हैं, सभी अपने मन को काबू में रखकर ही सफलता प्राप्त कर पाए हैं। अब आपको भी यही करना है।
यदि आप जीतते हैं तो इसके जिम्मेदार आप हैं और यदि हारते हैं तो भी इसके जिम्मेदार आप ही हैं। अपने मन को काबू कर लेना आपको जीत की तरफ ले जायेगा और यदि ऐसा न कर पाये तो समझो हार निश्चित है।
आपने यह तो सुना ही होगा कि मन के हारे हार है और मन के जीते जीत। यह लाइन आपको अपने जीवन में follow करनी है। इसका सीधा सा मतलब है कि यदि आप अपने मन से हार जाते हैं तो आप अपने जीवन में भी हार जायेंगे और यदि आप अपने मन से जीत जाते हैं तो आप अपने जीवन में भी जीत का स्वाद चखते रहेंगे।
अतः अपने मन से मत हारो बल्कि उसे काबू में रखो। उसे जीत के लिए तैयार करो। अपने मन के मालिक बनो। मन का नौकर बनकर आज तक किसी ने असफलता के अलावा और कुछ भी हासिल नहीं किया है।

मन को काबू करने के तरीके

How To Control Your Mind

अब मैं आपको मन को काबू करने के कुछ तरीके और उपाय (Tips to control your mind) बताता हूँ। कृपया इन्हें ध्यान से पढ़ें और अपने मन पर जीत हासिल करके सफलता की तरफ कदम बढ़ा दें।
1- किसी काम को पूरा करने के लिए संकल्प (Resolution) लेना सीखें। आपकी संकल्प शक्ति या इच्छा शक्ति (Resolution power or willpower) आपको अपने mind पर control रखना सिखाती है।
2- जो भी कार्य करें पूरे आत्मविश्वास (Self-confidence) के साथ करें। आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस आपके mind पर control रखता है और आपको सफलता के रास्ते से नहीं भटकने देता।
3- मन को शांत (Calm the mind) रखने की पूरी कोशिश कीजिए। शांत मन भटकता नहीं है और right direction में आपको ले जाता है।
4- “कम सोचें और अच्छा सोचें (less and good think)” अगर आप इस नियम को अपनाते हैं तो overthinkingसे भी बच जायेंगे और मन के भटकाव को काफी हद तक रोक सकेंगे।
5- Yoga और Meditation रोज करने की आदत डालें। ऐसा करने से मन शांत रहता है और उसे आसानी से सही दिशा में लगाया जा सकता है।
6- अच्छी किताबों (good books) को अपना दोस्त बनायें। इसके लिए आप motivational books पढ़ सकते हैं। Books के शब्दों में बहुत शक्ति होती है। यह आपके मन को भटकने से रोकेंगे।
7- यदि आपके पास एक अच्छा daily time table है तो आप उसी के अनुसार काम करेंगे। ऐसे में आपका मन भटकेगा नहीं बल्कि आपके बनाए timetable के हिसाब से चलेगा।
8- खुद को busy रखें। इससे आप फालतू का नहीं सोचेंगे और आपका मन कार्य में लगा रहेगा।
9- बहुत सी अच्छी चीजों के लिए आपका मन करे तो उसके लिए अलग से time रख लें। मनोरंजन, खेल आदि के लिए एक time फिक्स कर दें। ऐसा करने से working time में आपका मन काबू में रहेगा।
10- Present में रहना सीख लें। ऐसा करने से आपका मन न तो future की चिंता करेगा और न ही past में खोया रहेगा।
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Source: http://www.aapkisafalta.com/2016/06/how-to-control-your-mind-in-hindi.html

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