Saturday 8 July 2017

चाणक्य के 15 अनमोल विचार | Chanakya Quotes In Hindi



Chanakya neeti और quotes के बारे में आज भी सभी जानना चाहते हैं। आचार्य चाणक्य (chanakya), जिन्हें हम कौटिल्य (kautilya) और विष्णुगुप्त (vishnugupta) के नाम से भी जानते हैं।

About Chanakya

आचार्य चाणक्य एक ऐसी शख्सियत थे जिनका नाम सुनते ही हमें अपने सुनहरे इतिहास (bright history) की याद आ जाती है, भारत की महान राजनीति (great politics) की याद आ जाती है और दिमाग में एक ऐसा प्रतिभावान इंसान (Talented person) उभर कर आता है जिसने अपने दिमाग की ताकत से ही भारत की पूरी राजनीति को ही बदल दिया था।

chanakya quotes in hindi
Chanakya Quotes

एक ऐसा इंसान जो हमें यह बताता है कि यदि किसी इंसान मेंआत्मविश्वास (self confidence) हो तो बड़े से बड़ा संकल्प को भी पूरा किया जा सकता है।
आचार्य चाणक्य ने अपने शिष्य चंद्रगुप्त मौर्य की सहायता से यूनानी आक्रमणकारियों को भारत से बाहर खदेड़ दिया और नंद वंश के अत्याचारों से पीड़ित प्रजा को भी मुक्ति दिलाई और अपने संकल्प (Resolution) को पूरा किया।
उन्होंने अपनी पुस्तक अर्थशास्त्र में अपने राजनैतिक नियमों का बहुत अच्छी तरह समझाया है। यह ऐसे नियम थे जिनका प्रयोग कम या ज्यादा रूप में बाद के सभी साम्राज्यों ने किया तथा जिनका महत्व आज भी स्वीकार किया जाता है।
कौटिल्य का नाम राजनीति, राष्ट्रभक्ति तथा उनके द्वारा किये गए लोगों की भलाई के कार्यों के लिए इतिहास में हमेशा अमर रहेगा। 2300 साल व्यतीत होने के बाद भी उनका गौरवशाली व्यक्तित्व आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत्र बना हुआ है।

चाणक्य के अनमोल वचन और नीति

Chanakya Quotes And Neeti In Hindi

आज भी कौटिल्य द्वारा दी गयीं शिक्षाएं बहुत काम की हैं। इसका सबसे बड़ा सबूत यह है कि चाणक्य की चाणक्य नीति (chanakya neeti) आज भी सबसे ज्यादा पढ़ी और जीवन में उपयोग की जाती है।
अतः इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज मैं आपको आचार्य चाणक्य के कुछ संदेशों (chanakya quotes in Hindi) को बताना चाहता हूँ। कृपया इन्हें बहुत ध्यान से पढ़िए जिन्हें मैंने explain भी कर दिया है ताकि सभी की समझ में बहुत आसानी से आ जाये।

1st

“जैसे ही भय आपके करीब आये, तुरंत उस पर आक्रमण कर उसे नष्ट कर दीजिये।”

– Chanakya चाणक्य –

भय अर्थात डर (fear) हम सभी को लगता है और हम इससे जितना ज्यादा डरते हैं, वह उतना ही ज्यादा बढ़ता जाता है। अतः डर दूर करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि जैसे ही डर आपको डराये तुरंत उस वजह या समस्या (problem) को ही नष्ट कर दीजिये जिसकी वजह से डर शुरू हुआ। ऐसा करते ही डर भाग जायेगा।

2nd

“कोई कार्य शुरू करने से पहले खुद से तीन प्रश्न कीजिये– मैं यह क्यों कर रहा हूँ, इसके परिणाम क्या हो सकते हैं और क्या मैं सफल हो जाऊंगा? जब गहराई से सोचने पर इन प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर मिल जाएं, तभी आप आगे बढ़िये।”

– Chanakya चाणक्य –

हम कोई भी कार्य करें तो सबसे पहले कौटिल्य द्वारा दिए प्रश्नों के उत्तर जरूर प्राप्त कर लें। अगर एक भी प्रश्न का उत्तर आपको ऐसा मिले जो positive न हो तो कार्य बदल दें और वह कार्य चुनें जिसके लिए आपको सभी प्रश्नों के सकारात्मक उत्तर मिलें। अगर ऐसा हो जाये तो कार्य शुरू कर दें।

3rd

“फूलों की सुगंध केवल हवा की दिशा में फैलती है लेकिन एक इंसान की अच्छाई चारों दिशाओं में फैलती है।”

– Chanakya चाणक्य –

फूल किसको अच्छे नहीं लगते, शायद ही ऐसा कोई होगा जो फूलों की खुशबू को पसंद न करता हो लेकिन फूलों की सुगंध केवल हवा की दिशा में ही फैलती है। लेकिन एक अच्छा इंसान और उसके अच्छे काम और उसकी प्रतिभा (talent) चारों दिशाओं में सभी को पता चल जाती हैं। अतः एक अच्छे इंसान के दिल की खुशबू हवा की मोहताज नहीं होती।

4th

“हमें अतीत के बारे में पछतावा नहीं करना चाहिए, न ही भविष्य के बारे में चिंतित होना चाहिए। विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में ही जीते हैं।”

– Chanakya चाणक्य –

जो बीत गया (past) उसके बारे में सोचने से कोई फायदा नहीं मिलने वाला और जो होने वाला है (future) उसके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता लेकिन वर्तमान (present) में हम वह कार्य कर सकते हैं जिससे हम खुद खुश हो सकें और दूसरों को भी खुश रख सके। जो अपने वर्तमान को अच्छा बनाता है और उसी के बारे में सोचता है, सक्सेस उसे जरूर मिलती है।

5th

“एक सबसे अच्छी बात जो शेर से सीखी जा सकती है, वह यह है कि व्यक्ति जो कुछ भी करना चाहता है उसे पूरे दिल से एक जोरदार प्रयास के साथ करे।”

– Chanakya चाणक्य –

शेर जब भी कोई शिकार करता है तो पूरे मन और एकाग्रता (Concentration) के साथ एक जोरदार प्रयास करता है और शिकार करने में सफलता प्राप्त करता है। यदि हम शेर से उसके इस कार्य से सबक लें कोई भी लक्ष्य (target) प्राप्त किया जा सकता है। लोग एक लक्ष्य बनाते हैं, प्रयास करते हैं लेकिन सफल बहुत कम होते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण उस लक्ष्य के लिए पूरे मन से लगातार प्रयास न करना है। आप कोई goal बनाइये और पूरे मन से अपना 100% उसको पूरा करने के लिए दीजिये, सफलता जरूर मिलेगी।

6th”

दूसरों की गलतियों से भी सीख लेनी चाहिए क्योकि अपने ही ऊपर प्रयोग करने पर तुम्हारी आयु कम पड़ जाएगी।”

– Kautilya कौटिल्य –

आपने सुना और पढ़ा होगा कि हमें अपनी गलतियों (mistakes) से सीखना चाहिए ताकि आगे उस प्रकार की कोई गलती न करें। लेकिन हमारा जीवन इतना बड़ा नहीं है कि पहले गलती करें और उससे सीखें। इसीलिए आप दूसरे लोगों द्वारा की गयीं गलतियों से भी यदि सीख ले सके तो बहुत अधिक सीख पाएंगे और एक बड़ी सफलता (Big success) प्राप्त कर पाएंगे।

7th

“आपका हमेशा खुश रहना आपके दुश्मनों के लिए सबसे बड़ी सजा है।”

– Kautilya कौटिल्य –

आपका कोई भी दुश्मन कभी भी आपको खुश नहीं देख सकता। वह आपको दुखी देखने के लिए कुछ भी कर सकता है क्योकि आपको दुखी देखकर उसे ख़ुशी मिलती है। इसीलिए यह कहा गया है कि यदि आप हमेशा खुश (happy) रहेंतो यह आपके दुश्मन के लिए सबसे बड़ी सजा होगी जबकि आप उसे दुखी करने के लिए कुछ भी नहीं कर रहे।

8th

“कभी भी उनसे दोस्ती मत कीजिये जो आपसे कम या अधिक प्रसिद्ध हों, ऐसी दोस्ती आपको कभी भी ख़ुशी नहीं दे सकती।”

– Kautilya कौटिल्य –

सच कहा गया है कि दोस्ती समान लोगों से ही करनी चाहिए। यदि आपका कोई दोस्त आपसे ज्यादा पैसे वाला है तो उसकी सुख सुविधाएं और खर्चे भी आपसे ज्यादा होंगे और आपके उससे कम होंगे तो human nature है कि ईर्ष्या (Jealousy) आ ही जाती है, तब आप खुश नहीं रह पाएंगे और यदि वह आपसे कम है तो वह आपसे ईर्ष्या कर सकता है, तब भी आप उसके साथ खुश नहीं रह सकते। यह कड़वी सच्चाई है। 

9th

“प्रश्न- भाग्य पहले से ही लिखा जा चुका है तो कोशिश करने से क्या होगा?

उत्तर- क्या पता भाग्य में लिखा हो कि कोशिश करने से ही मिलेगा।”

– Kautilya कौटिल्य –

भाग्य (luck) क्या है? सीधा सा उत्तर है सफलता ही भाग्य है। लेकिन सच यह भी है कि भाग्य खुद नहीं बनता बल्कि कर्म (Karma) द्वारा बनाना होता है। यदि आप सोचते हैं कि भाग्य लिखा जा चुका है तो वही होगा जो लिखा है। इसका मतलब कर्म करने से कोई फायदा नहीं होगा। सत्य यह है कि कर्म या कोशिश करने से ही भाग्य बनता है जो फल के रूप में हमारे सामने आता है।

10th

“यदि खुद कुबेर भी अपनी आय से अधिक खर्च करने लगे तो वह एक दिन निर्धन हो जायेगा।”

– Kautilya कौटिल्य –

यदि कोई व्यक्ति 20000 Rs. हर महीने कमाता है और 25000 Rs. हर महीने खर्च कर देता है तो चाहें उसके पास कुछ saving भी हो तो भी कुछ समय बाद वह कंगाल हो जायेगा। अतः समय समय पर सभी को यह सलाह दी जाती है कि अपनी earning से ज्यादा spending कभी न करे। यह ऐसा नियम है जो सभी पर समान रूप से लगता है, चाहें वह इंसान हो या देवता।

11th

“मूर्खों से अपनी तारीफ सुनने से अच्छा है कि आप किसी बुद्धिमान की डांट सुनें।”

– Kautilya कौटिल्य –

कोई मूर्ख व्यक्ति यदि आपकी तारीफ करे तो तुरंत सतर्क हो जाएँ क्योकि मूर्ख व्यक्ति सच्ची तारीफ करना जानता ही नहीं है, वह तो किसी लालच से झूठी तारीफ करता है जबकि एक बुद्धिमान व्यक्ति दूसरों की हमेशा भलाई चाहता है। उसकी डांट में भी कुछ न कुछ अच्छाई जरूर छुपी होगी। अतः मूर्खों से तारीफ से बुद्धिमान की डांट सुनना बेहतर है।

12th

“जब आप किसी काम की शुरुआत करें, तो असफलता से न डरें और उस काम को न छोड़ें। जो लोग ईमानदारी से काम करते हैं वह सबसे प्रसन्न होते हैं।”

– Chanakya चाणक्य –

जब भी लक्ष्य तय करें तो बहुत सोच समझ कर करें और जब एक बार लक्ष्य बना लें तो उसे कभी न छोड़ें। लक्ष्यों को पूरा करते समय बहुत सी problems सामने आती हैं, कई बार छोटी छोटी failure का भी सामना करना पड़ता है। यहाँ समझदार इंसान वही है जो परेशानियों और असफलता से न डरें और उन्हें दूर करते हुए डटे रहें, सफलता जरूर मिलेगी।

13th

“सारस की तरह एक बुद्धिमान व्यक्ति को अपनी इन्द्रियों पर नियंत्रण रखना चाहिए और अपने उद्देश्य को स्थान की जानकारी, समय और योग्यता के अनुसार प्राप्त करना चाहिए।”

– Chanakya चाणक्य –

जिस तरह एक सारस जब किसी मछली का शिकार करने जाता है तो मछली को पकड़ने के लिए एकदम शांत खड़ा होता है, सांस को भी रोक लेता है और सही समय पर मछली आने पर अपनी योग्यता से उसे अपनी चोंच से पकड़ लेता है। हम सभी को भी खुद पर full control रखकर right time और right place पर अपनी ability के हिसाब से right work करना चाहिए।

14th

“सबसे बड़ा गुरु मन्त्र है कि कभी भी अपने राज दूसरों को मत बताएं। यह आपको बर्वाद कर देगा।”

– Chanakya चाणक्य –

सभी लोगों के कुछ ऐसे राज (secrets) होते हैं जो केवल वही जानता है, चाहें वह career को लेकर हों या success को लेकर हों। हमेशा अपने यह राज किसी को नहीं बताने चाहिए। चाणक्य के अनुसार अपनी पत्नी या अपने पति को भी अपने सभी राज नहीं बताने चाहिए। अगर आपने अपने राज किसी को बता दिए तो वह व्यक्ति आपको कभी भी बर्वाद कर सकता है।

15th

“अगर सांप जहरीला न भी हो तो उसे खुद को जहरीला दिखाना चाहिए।”

– Chanakya चाणक्य –

सांप तभी तक खतरनाक होता है जब तक उसके पास जहर होता है, वरना वह एक साधारण कीड़े के समान हो जायेगा। यदि किसी सांप का जहर समाप्त भी हो जाये तो उसे खुद को जहरीला दिखाना चाहिए अर्थात अपनी कमजोरी को छिपा कर रखना चहिये। अतः किसी भी व्यक्ति को अपनी कमजोरी के बारे में छिपाते हुए एक मजबूत व्यक्ति जैसा व्यवहार करना चाहिए वरना दुश्मन इसका फायदा उठा लेंगे।

Extra Chanakya Quotes for Present Era

“इतिहास गवाह है की नुकसान हमें दुर्जनों की दुर्जनता से नहीं हुआ, उससे ज्यादा सज्जनों की निष्क्रियता से हुआ है।”

सही कहा गया है कि बुरे लोग हमारा नुकसान तभी कर सकते हैं जब उन्हें बुरा करने से रोकने वाला कोई भी न हो। दुनिया है तो बुरे लोग भी होंगे और अच्छे लोग भी होंगे। यदि बुरे लोग पूर्ण सफल होते है तो इसका सीधा सा मतलब है कि अच्छे लोग कुछ भी नहीं कर रहे। आज तक बुरे लोग active रहकर हमारा इतना नुकसान नहीं कर पाए हैं जितना अच्छे लोगों ने active न रहकर हमारा नुकसान किया है।
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Source: http://www.aapkisafalta.com/2017/01/chanakya-quotes-neeti-thoughts-in-hindi.html

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